जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में मिलेगा मल्टीपल एंट्री एवं एग्जिट विकल्प - पोस्ट-ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को भी लचीला बनायेगा विश्वविद्यालय


फरीदाबाद, AYT News | जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 उल्लिखित प्रावधानों के अनुरूप मौजूदा ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को मल्टीपल एंट्री एवं एग्जिट के साथ शुरू करने तथा पोस्ट-ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को लचीला बनाने की व्यवहार्यता पर काम कर रहा है। यह जानकारी एनईपी-2020 पर विश्वविद्यालय के सलाहकार समूह की पहली बैठक में दी गई। कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर की अध्यक्षता में हुई बैठक में शिक्षा विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रो. सुषमा शर्मा, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली से प्रो. अरशद नूर सिद्दीकी, डीन (कॉलेज) प्रो. तिलक राज, डीन (इंस्टीट्यूशन्स) प्रो. संदीप ग्रोवर, और सलाहकार समूह के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

बैठक में कुलपति प्रो. तोमर ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने के लिए विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है। उन्होंने बैठक में एनईपी-2020 के प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।

विश्वविद्यालय की एनईपी कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष प्रो. तिलक राज ने बैठक में सदस्यों का स्वागत किया और एनईपी-2020 के विभिन्न प्रावधानों को लागू करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें मल्टीपल एंट्री एवं एग्जिट सिस्टम, संस्थागत विकास योजना, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय की रैंकिंग में सुधार के लिए विभिन्न बिंदु, विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीयकरण के लिए विश्वविद्यालय द्वारा की जा रही पहल, माइनर डिग्री तथा मूल्य वर्धित पाठ्यक्रमों में सर्टिफिकेट जैसे प्रावधान शामिल रहे। बैठक में ओपन डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम शुरू करने, केजी से पीजी शिक्षण प्रणाली और अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट शुरू करने जैसे विभिन्न बिंदुओं पर भी चर्चा की गई।

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