नई दिल्ली, AYT News | 24 फरवरी को राजू पाल हत्या कांड के एक मात्र गवाह उमेश पाल की हत्या दिन दहाड़े उत्तर प्रदेश के प्रायगराज में उनके घर के पास कर दी गई थी। जिसमें दो सिपाही और उनके गनमैन भी मारे गए। मामले को गंभीरता से देख सीएम योगी आदित्येनाथ ने उमेश पाल की हत्या की जांच के आदेश एसटीएफ टीम को दी है। वहीं अब जांच में जेल के सिपाही समेत दो और लोगोँ का नाम आया सामने आने के बाद उनको भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
अतीक का भाई ने रचा पुरा षड्यंत्र
एसटीएफ जांच में माफिया अतीक का भाई अशरफ का नाम सामने आया है। फिलाल अशरफ 2020 से यूपी के प्रयागराज की जेल में बंद है। वहीं एसटीएफ टीम की जांच के मुताबित अशरफ जेल से ही गवाहों, रंगदारी और हत्या की साजिश अपने गुर्गो के साथ रच कर उनकी हत्या करवाता है। जिसमें जेल के एक सिपाही अवस्थी, और कैंटीन में सब्जी पहुँचने वाले टेंपो के चालक दयाराम का नाम सामने आने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।