नई दिल्ली, AYT News | आगामी छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, और राजस्थान के राज्य सभा चुनावों के लिए भाजपा पार्टी रणनीति का रूप लेने लगी है। भाजपा पार्टी इसमें क्षेत्रीय नेतृत्व और मोदी की लोकप्रियता को मुख्य बिंदु के रूप में देख रही है। इस दृष्टिकोण का उद्देश्य पार्टी के आंतरिक दलीलपन को ठीक करना है जो इन तीन राज्यों में मौजूद है। इस रणनीति में मुख्यमंत्री प्रत्याशियों की आधिकारिक घोषणा की तर्कसंगतता को नजरअंदाज करना और राजस्थान की चुनाव प्रबंधन समिति और प्रतिष्ठान समिति से वसुंधरा राजे को कुंठित करना शामिल है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वसुंधरा राजे का राजस्थान में महत्वपूर्ण प्रमुख होने का स्थान निश्चित है। अभी फ़िलाल भारतीय जनता पार्टी योजना बना रही है कि वे प्रचार प्रयासों के दौरान प्रभावी तरीके से व्यापक रूप से उपयोग करेगी। हालांकि उन्हें संभावित रूप से प्रचार समिति में स्थान मिल सकता है, राज्य के अन्य नेताओं को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपना महत्वपूर्ण है। इससे सुनिश्चित होता है कि सभी नेताएं सामूहिक रूप से मिलकर पार्टी की जीत की सुरक्षा करने में योगदान कर सकें।