नई दिल्ली, AYT News | आज के टाइम में हर कोई सोशल मीडिया यूजर है जहा पर सब अपने विचारो को रखते है | अगर प्लेटफार्म की बात की जाये तो बहुत सारे विकल्प उपलब्ध है जैसे की फेसबुक, ट्विटर ( अब 'एक्स' ), कू एप्प इत्यादि | जहा दुनिया को लोगो के क़रीब लाता है वही इस पर मिसइन्फोर्मशन, नफरत और सनसनी बातो को फ़ैलाने के भी आरोप लगे है | हाल के कुछ सालो में सोशल मीडिया का उपयोग करके दंगे तक कराये गए है और अपराधियों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है इसके दुरुप्रयोग से लेकिन इस से भी अधिक चिंता का विषय यह है की आज का युग इनफार्मेशन वारफेयर का है जहा किसी भी घटना को अपने अनुसार अच्छा या बुरा साबित करने की होड़ में लगे रहना | दरअसल, आज सोशल मीडिया की भूमिका सामाजिक समरसता को बिगाड़ने और सकारात्मक सोच की जगह समाज को बाँटने वाली सोच को बढ़ावा देने वाली हो गई है। सोशल मीडिया की कंपनियां मुनाफे की पूंजीवादी प्ररेणा के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सरोकारों में संतुलन बैठाने में सक्षम नहीं रही हैं।
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